क्रेडिट इन्फोर्मेशन ब्यूरो (इण्डिया) लिमिटेड यानी सीबील (CIBIL) भारत सरकार के रिजर्व बैंक द्वारा क्रेडिट हिस्ट्री का हिसाब रखने वाली सबसे लोकप्रिय कंपनी है | यह एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय समूह (American multinational group) ट्रांसयूनियन का हिस्सा है |
भारत में सबसे अधिक इसी कंपनी द्वारा रखे गए क्रेडिट हिस्ट्री का उपयोग वित्तीय संसथान जैसे बैंक, फायनेंस कम्पनिया आदि करती है | इसलिए भारत में इसे सीबील स्कोर कहा जाता है |
इसका स्कोर आपके लेन देन इतिहास की रेटिंग और रिपोर्ट का अंको में सारांश है | यह 300 से लेकर 900 तक का होता है | जिसका सीबिल क्रेडिट स्कोर 900 के जितना पास होगा उसकी रेटिंग उतनी ही ज्यादा बेहतर मानी जाती है और उसके लिए लोन लेना या क्रेडिट कार्ड लेना उतना ही आसान हो जाता है |
सिबिल स्कोर के बारे में ज़रूरी बातें
- सिबिल स्कोर, हर व्यक्ति की साख को दिखाता है.
- अच्छा सिबिल स्कोर होने का मतलब है कि व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी है और वह समय पर जिम्मेदारी से भुगतान करता है |
- ज़्यादा सिबिल स्कोर होने पर, लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए जल्दी स्वीकृति मिलती है और बेहतर ऑफर मिलते हैं |
- भारत में अधिकांश बैंकों और फायनेंस कम्पनियों में , लोन स्वीकृति के लिए न्यूनतम सिबिल स्कोर 685 या उससे ज़्यादा होना ज़रूरी है |
- सिबिल स्कोर निकालने के लिए इस्तेमाल होने वाला फ़ॉर्मूला, अलग-अलग क्रेडिट ब्यूरो में अलग-अलग होता है. इसलिए, एक व्यक्ति का सिबिल स्कोर अलग-अलग ब्यूरो में अलग-अलग हो सकता है |
