शेयर बाजार एक नजर

यूँ तो दुनिया में कमाने के बहुत तरीके है परन्तु बहुत कम समय में यदि आपको धनवान बनना है तो आपको शेयर मार्किट की और रुख करना चाहिए. शेयर मार्केट पूरी तरह से देश की अर्थव्यवस्था, राजनेतिक उतार चढाव, वैश्विक संकेतों, मुद्रा और रिजर्व बैंक की नीतियों,कंपनियों के लाभ हानि के नतीजो, आदि पर निर्भर करता है. शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग कंपनियों के नाम से शेयर होते हैं. शेयर बाजार में निवेश करते समय नए निवेशकों (बिगिनर्स) को शुरुआत में बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शेयर बाजार के उतार चढावो के बीच जब वही निवेशक शेयर मार्केट को अच्छी तरह से समझने लगता है या यूँ कहे अनुभवी खिलाड़ी बन जाता है तो वह शेयर बाजार से असीमित कमाई कर सकता है. हालांकि शेयर बाजार में बिना अनुभव या बिना किसी वितीय सलाहकार के जो भी व्यक्ति ट्रेडिंग करता है वो निश्चित ही नुकसान में रहता है.

शेयर बाजार (Stock Market) में अलग-अलग सेक्टर होते हैं. जैसे ऑयल सेक्टर, रियल इस्टेट सेक्टर , बैंकिंग सेक्टर, कंज्यूमर गुड्स, मेटल सेक्टर, स्टील सेक्टर, पावर सेक्टर, संचार सेक्टर, मिडिया आदि. ये कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर कोई भी आम निवेशक (investor) अपनी पसंद के अनुसार निवेश (invest) कर सकता है. जो निवेशक किसी कंपनी में invest करना चाहता है तो सबसे पहले उसे कंपनी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना होगी . जैसे कंपनी की बैलेंस सीट , उस कंपनी का टर्नओवर आदि.

निफ्टी 50 क्या है – यदि आपने शेयर बाजार के बारे में सुना है तो निफ्टी फिफ्टी के बारे में भी अवश्य सुना होगा. परन्तु आखिर ये nifty 50 है क्या?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्टेड देश में कारोबार करने वाली शीर्ष 50 कंपनियां निफ्टी फिफ्टी में शामिल होती हैं. NIFTY 50 के बाद 51 से 100 तक की रैंकिंग वाली कंपनियों को निफ्टी नेक्स्ट फिफ्टी में लिया जाता है. निफ्टी के इन दोनों ही इंडेक्स में शामिल होने के लिए पिछले छह महीने के औसतन डेली टर्नओवर व डेली फुल मार्केट कैपिटलाइजेशन के आंकड़ों का अनालिसिस किया जाता है . इन दोनों Nifty 50 & Nifty Next 50 को मिलाकर ही देश की 100 शीर्षस्थ कम्पनिया मानी जाती है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top