कोरोना काल में मध्य प्रदेश के बेरोजगार छात्रों के लिए एक खुशखबरी है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने आज जानकारी देते हुए बताया कि सीपीसीटी परीक्षा की वैधता अवधि 4 वर्ष से बढ़ाकर 7 वर्ष की जा रही है। श्री परमार ने बताया कि मध्यप्रदेश में सहायक ग्रेड 3, स्टेनो, डाटा एंट्री ऑपरेटर, आईटी ऑपरेटर आदि परीक्षाओं में सीपीसीटी अनिवार्य है।
इस नई व्यवस्था के बाद इन सभी पदों की भर्ती के लिए शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को लाभ होगा। कोरोना काल की परिस्थितियां और परीक्षार्थियों की सहूलियत के लिए यह फैसला लिया गया है। श्री परमार ने बताया कि आगे इस तरह की व्यवस्था बना रहे हैं की स्कोर कार्ड अन्य राज्यों की परीक्षा में भी मान्य हो।
क्या है CPCT?
मध्यप्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र के अनुसार CPCT परीक्षा के आयोजन हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये थे। इस संदर्भ में विभिन्न विभागों के डाटा एन्ट्री ऑपरेटर/आई.टी./ऑपरेटर सहायक ग्रेड-3/स्टेनो/शीघ्रलेखक/टायपिस्ट तथा इसी प्रकार के अन्य पद जिनके लिए भर्ती नियमों में कम्प्यूटर डिग्री सर्टिफिकेट / डिप्लोमा / अनिवार्य योग्यता रखी गई है, उनके लिए CPCT स्कोर कार्ड धारित करना भी अनिवार्य होगा।
मध्यप्रदेश शासन के आदेश अनुसार मध्यप्रदेश ऐजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इर्न्फोमेशन टेक्नोलॉजी (MAP_IT) को CPCT Exam के संचालन का कार्य सौंपा गया हैं । सरकार के विभिन्न विभागों और ऐजेंसियों में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए आकांक्षी उम्मीदवारों की कम्प्यूटर प्रवीणता तथा अन्य संबद्ध कौशल के आंकलन हेतु राज्य में कम्प्यूटर दक्षता प्रमाणीकरण परीक्षा (CPCT) का संचालन करने का निर्णय लिया गया है।
CPCT का उद्देश्य शासन के विभिन्न विभागों और ऐजेंसियों में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों का कम्प्यूटर दक्षता में निष्पक्ष एवं पारदर्शी मूल्यांकन सुनिश्चित कर मानकीकृत आंकलन करना है। शासन में संविदा/नियमित नियुक्ति की तलाश कर रहे उम्मीदवार CPCT परीक्षा में भाग लेकर अपना स्कोर कार्ड प्राप्त कर सकते है। यह स्कोर कार्ड सरकारी क्षेत्र के नियोक्ताओं द्वारा कम्प्यूटर एवं टाइपिंग प्रवीणता तथा उम्मीदवार के संबद्ध कौशल के आंकलन हेतु किया जायेगा।
बुनियादी कम्प्यूटर दक्षता के आंकलन के लिए एकरूप प्रणाली की स्थापना तथा विभिन्न प्रक्रियाओं प्रमाण-पत्रों की आवश्यकताओं को दूर करना। कम्प्यूटर और टाइपिंग कौशल के प्रतिभा पूल का स्वीकार्य मानकों अनुसार विकास करना। सभी सरकारी विभागों और ऐजेंसियों को विभिन्न स्तरों पर उनकी आवश्यकताओं अनुकूल मानव संसाधन भर्ती में सहयोग करना। विभिन्न सरकारी विभागों ऐजेंसियों में भर्ती के दौरान चयनित उम्मीदवारों की क्षमताओं के आंकलन के लिए एक पारदर्शी, निष्पक्ष, उन्मुख और वैज्ञानिक तौर पर डिजाइन प्रणाली विकसित करना।