Post By Ramchandra Ahir 8349873025: सोयाबीन की खेती कैसे करें
सोयाबीन की अच्छी पैदावार के लिए चिकनी दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है | हल्की रेतीली मिट्टी में इसकी खेती को नहीं करना चाहिए | इसकी खेती में भूमि उचित जल निकासी वाली होनी चाहिए, तथा भूमि का P.H. मान 7 के मध्य होना चाहिए |
उष्ण जलवायु को सोयाबीन की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है | सोयाबीन के पौधे गर्म और नम जलवायु में अधिक पैदावार देते है | इसकी खेती के लिए अधिक वर्षा की आवश्यकता नहीं होती है | सोयाबीन के पौधे सामान्य तापमान में अधिक उत्पादन देते है | इसके बीजो को अंकुरित होने के लिए 20 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है, तथा उच्च तापमान में इसके बीज अच्छे से पकते है |
सोयाबीन के खेत की तैयारी और उवर्रक (Soybean Field Preparation and Fertilizer)
सोयाबीन के खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहले खेत की मिट्टी पलटने वाले हलो से गहरी जुताई कर दी जाती है | इससे खेत में मौजूद पुरानी फसल के अवशेष पूरी तरह से नष्ट हो जाते है | जुताई के बाद खेत को कुछ दिन के लिए ऐसे ही खुला छोड़ दे | खेत की पहली जुताई के बाद खेत में 20 से 25 गाड़ी पुरानी गोबर की खाद को प्रति हेक्टेयर के हिसाब से देना होता है | इसके बाद खेत की दो से तीन तिरछी जुताई कर दी जाती है, इससे खेत की मिट्टी में गोबर की खाद अच्छे से मिल जाती है और इससे खेत की मिट्टी भुरभुरी हो जाएगी | मिट्टी के भुरभुरा होने के बाद उसमे पाटा लगाकर खेत को समतल कर दे | इससे खेत में जलभराव नहीं होगा | सोयाबीन की खेती में यदि आप रासायनिक खाद का इस्तेमाल करना चाहते है, तो उसके लिए आपको प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 40KG पोटाश, 60KG फास्फोरस, 20KG गंधक और 20KG नाइट्रोजन की मात्रा का छिड़काव खेत की आखरी जुताई के समय करना होता है |
सोयाबीन के पौधों पर खरपतवार नियंत्रण (Soybean Plants Weed Control)
सोयाबीन के पौधों पर खरपतवार नियंत्रण के लिए रासायनिक और प्राकृतिक दोनों ही विधियों का इस्तेमाल किया जाता है | प्राकृतिक तरीके से खरपतवार नियंत्रण के लिए निराई- गुड़ाई की जाती है | इसके पौधों की प्रारंभिक गुड़ाई पौधा रोपाई के 20 से 25 दिन बाद की जाती है, तथा बाद की गुड़ाइयो को भी 20 दिन के अंतराल में करना होता है |
इसके अलावा यदि आप रासायनिक विधि द्वारा खरपतवार पर नियंत्रण करते है, तो उसके लिए आपको प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 01 लीटर इमेजेथापायर और क्यूजेलेफोप इथाइल की उचित मात्रा का छिड़काव फसल रोपाई के18-20 दिन पश्चात करना होता है | इसके अतिरिक्त पेंडामेथिलीनकी उचित मात्रा का छिड़काव खेत में बीज रोपाई से पहले करे |
सोयाबीन का प्रति हेक्टेयर उत्पादन
सोयाबीन की फसल में प्रति हेक्टेयर 20 से 25 किवंटल उत्पादन हो सकता है तथा प्रति हेक्टेयर लागत 30,000 से 35000 आता है इस प्रकार किसान प्रति हेक्टेयर सोयाबीन की खेती करके लगभग 60,000 से ₹70000 मुनाफा कमा सकता है..
विशेष : रासायनिक खाद या खरपतवार का उपयोग करने से पूर्व एक बार पूरी जानकारी विक्रेता से लेवे
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