क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता शर्तें (Eligibility for Credit Card)

क्रेडिट कार्ड के बारे में जानिए /Know About Credit card

क्रेडिट (Credit Meaning) का मतलब (what is credit card) :क्रेडिट का साधारण शब्दों में अर्थ होता है की आपके बैंक अकाउंट में राशि को जमा करना। तथा Credited का अर्थ होता है की आपके अकाउंट में सफलता पूर्वक राशि जमा हो गयी है। लेकिन व्यापारिक लेनदेन में क्रेडिट शब्द को “साख” के लिए या “उधारी” के लिए भी प्रयुक्त किया जाता है.

इस क्रेडिट की वजह से ही बाजार मे क्रेडिट कार्ड (credit card) का चलन शुरू हुआ. डिजिटल दुनिया में जब व्यापार की कोई सीमा या क्षेत्र निर्धारित नहीं है तो कंपनियों ने अपने ग्राहकों को जो दूर शहरो, कस्बो, गाँवो में रह रहे थे उनको अच्छे व्यापारी ग्राहक होने का फायदा देना चाहा. तो क्रेडिट की आवश्यकता महसूस हुई इसी आवश्यकता के कारण आज मध्यम आय के व्यक्ति से लगाकर उच्च आय वर्ग वाले व्यक्ति तक क्रेडिट कार्ड का भरपूर उपयोग कर रहे है.

What is Credit Card? क्रेडिट कार्ड क्या है?: क्रेडिट कार्ड किसी फायनेंशियल इंस्टिट्यूट (Financial institute) द्वारा जारी किया गया एक ऐसा उधार है जो आपको आपकी उधारी की सीमा तक पैसे खर्च करने की सुविधा उपलब्ध करवाता है. यह उधार आमतोर पर 30 से 45 दिन का होता है जो अलग अलग बैंको के अनुसार अलग अलग हो सकता है.

क्रेडिट कार्ड के फायदे : आजकल क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल (use of credit card) करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हालांकि अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं, जो क्रेडिट कार्ड को फिजूल खर्च मानते हैं और इसका इस्तेमाल करने से बचते हैं. अगर आप इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो इसके अपने ढेर सारे फायदे हैं. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर आप कई सारे ऑफर्स और डिस्काउंट का फायदा उठा सकते हैं.

क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा (Benefits of credit card) है यह कि जब भी आप इसके जरिए कोई खरीदारी (online or offline shopping) करते हैं तो आपको खरीदारी और पेमेंट के बीच एक ग्रेस पीरियड मिलता है. इस पीरियड में बैंक की ओर से ब्याज नहीं वसूला जाता है. ये ग्रेस पीरियड 18 दिनों से लेकर 55 दिन तक का भी हो सकता है. ऐसे में अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ गई, तो आप क्रेडिट कार्ड के जरिए उस जरूरत को पूरा कर सकते हैं और ग्रेस पीरियड पूरा होने से पहले पैसे बिना ब्याज के बैंक को लौटा सकते हैं. इसका हमेशा इस्तेमाल करते रहना चाहिए.

क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करके आप अपना क्रेडिट स्कोर (credit score) तैयार कर सकते हैं. क्रेडिट स्कोर बेहतर रहने पर आपको लोन मिलने में आसानी होगी. क्रेडिट स्कोर बेहतर करने के लिए क्रेडिट कार्ड बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. इसके अलावा क्रेडिट कार्ड वालो को अचानक जरूरत पड़ने पर प्री-अप्रूव्ड लोन (pre Approved Loan) भी आसानी से मिल जाता है.

क्रेडिट कार्ड के माध्यम से जो चीजें आप एकमुश्त कीमत देकर नहीं खरीद पा रहे हैं, उसे क्रेडिट कार्ड के जरिए आप आसानी से खरीद सकते हैं. फिर उसे आप EMI (Easy monthly installment) में चुका सकते हैं. बता दें कि EMI भी दो तरह की होती है. नो-कॉस्ट ईएमआई (no cost EMI) 3 से 9 महीने तक की होती है. इसमें आपसे ब्याज (interest ) नहीं लिया जाता. दूसरी ब्याज के साथ EMI जो आमतौर पर एक साल से अधिक की होती है. इसमें थोड़ा ब्याज के साथ EMI की सुविधा मिलती है. इस तरह क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल कर आप अपने क्रेडिट कार्ड को प्रॉफिट कार्ड में भी बदल  सकते हैं.

आपके पास क्रेडिट कार्ड क्यों होना चाहिए?

आपके पास क्रेडिट कार्ड इसलिए होना चाहिए क्योंकि:-

  • एक अच्छा Credit Score बनाने में मदद करता है
  • 45 दिनों तक का क्रेडिट-फ्री पीरियड मिलेगा
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आसान ट्रांजेक्शन
  • आकर्षक रिवॉर्ड, कैशबैक, छूट, ऑफ़र,आदि के साथ आता है।
  • इमरजेंसी की स्थिति में काम आता है
  • आप इसकी मदद से बड़ी खरीददारी कर सकते हैं और बाद में EMI के जरिए भुगतान कर सकते हैं
  • सभी ट्रांजेक्शन सुरक्षित होते हैं क्योंकि उन्हें OTP और पिन वैरिफिकेशन की आवश्यकता होती है
  • वेलकम ऑफरअधिकांश बैंक/ क्रेडिट संस्थान कार्ड धारक को विभिन्न प्रकार के वेलकम बेनिफिट प्रदान करते हैं। ये गिफ्ट वाउचर, छूट या बोनस रिवॉर्ड पॉइंट के रूप में मिल सकते हैं।
  • रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैकहर बार जब आप अपने क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करते हैं, तो आपको अपने अकाउंट में कुछ रिवॉर्ड पॉइंट या कैशबैक मिलते हैं। रिवॉर्ड पॉइंट का इस्तेमाल मुफ्त उपहार पाने और किसी अन्य वस्तु खरीदते समय उसके दाम घटाने के लिए किया जा सकता है जबकि कैशबैक सीधे आपके कार्ड अकाउंट में जाता है। यदि आपके पास ट्रैवल क्रेडिट कार्ड है, तो आप रिवॉर्ड पॉइंट्स के बजाय एयर माइल्स कमा सकते हैं जिसका इस्तेमाल फ्लाइट की टिकट बुकिंग के लिए किया जा सकता है।
  • फ्यूल सरचार्ज छूट: आजकल लगभग सभी तरह के क्रेडिट कार्डों (Credit Card) पर इस छूट का लाभ उठाया जा सकता है। जब भी आप अपने वाहन में फ्यूल भरवाते हैं, तो आपको छूट मिलती है बशर्ते आप एक निश्चित राशि खर्च करें।
  • एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस: कुछ क्रेडिट कार्ड (Credit Card) डोमेस्टिक एयरपोर्ट के साथ-साथ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर साल में एक या ज्यादा बार लाउंज में ठहरने का ऑफर देते हैं। ट्रेवल-सेंट्रिक क्रेडिट कार्ड और प्रीमियम क्रेडिट कार्ड विशेष रूप से ये ऑफर देते हैं।
  • बीमा: क्रेडिट कार्ड (Credit Card) बीमा और दुर्घटना के मामले में एक निश्चित कवर राशि भी देते हैं। ये हवाई दुर्घटना कवरेज, कार्ड खोने पर मिलने वाला कवर या विदेशी अस्पताल में भर्ती होने पर मिलने वाला कवर भी हो सकता है।
  • कैश एडवांस– आप अपने क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग कर सीधे एटीएम से नकद राशि निकाल सकते हैं। इमरजेंसी में जब आपको तुरंत नकद राशि की ज़रूरत होती है तब ये काफी फायदेमंद साबित होता है।
  • एडऑन कार्ड– कई क्रेडिट कार्ड पर आपको एक एड-ऑन कार्ड (जिसे एक सप्लीमेंट्री कार्ड के रूप में जाना जाता है) लेने की सुविधा मिलती है जिसे आप अपने पति या पत्नी, भाई बहन, बच्चों और माता-पिता सहित अपने परिवार के सदस्यों के लिए ले सकते हैं। एड- ऑन क्रेडिट कार्ड पर आमतौर पर वही लाभ मिलते हैं जो प्राइमरी कार्ड लेने पर मिलते हैं।
  • EMI कंवर्ट– EMI कंवर्जन क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला सबसे सामान्य लाभ है। आप अपनी बड़ी खरीद को EMI में बदल सकते हैं और कुछ महीनों की अवधि में भुगतान कर सकते हैं।

क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता शर्तें: क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता शर्तें (Eligibility for Credit Card) कई कारकों पर निर्भर करती हैं। जैसे बैंक अपनी अलग-अलग योग्यता शर्तें, निर्धारित करते हैं, वहीं एक ही संस्थान अगर अलग अलग क्रेडिट कार्ड जारी करता है तो उनके लिए भी अलग- अलग शर्तें निर्धारित होती हैं।हालांकि उम्र, निवास का शहर, आय का स्रोत, क्रेडिट स्कोर जैसी बुनियादी शर्तें सभी क्रेडिट कार्ड आवेदकों के लिए समान रह सकती हैं। लेकिन सबसे बड़ा अंतर आवेदक की आय (income of applicant) को लेकर हो सकता है कि क्रेडिट कार्ड के लिए न्यूनतम कितनी आय होनी चाहिए। कार्ड के प्रकार, इसके लाभों और वार्षिक शुल्क के आधार पर, बैंकों ने प्रत्येक कार्ड के लिए आय की योग्यता शर्त निर्धारित की हैं।

क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज

क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज : क्रेडिट कार्ड के लिए ज़रूरी दस्तावेज (Documents for Credit Card) बैंक के हिसाब से अलग-अलग होते हैं, आवेदन करने के लिए आवश्यक कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ नीचे दिए गए हैं:

  • पहचान पत्र (Identity proof) और हस्ताक्षर प्रमाण (signature proof)  पासपोर्ट, आयकर पेन कार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र (वोटर कार्ड) ,आधार कार्ड, कर्मचारी पहचान पत्र (सरकारी कर्मचारियों के मामले में ).
  • निवास प्रमाण (address proof)  बैंक स्टेटमेंट, रेंट एग्रीमेंट, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, टेलीफोन / बिजली / पानी / क्रेडिट कार्ड बिल या प्रॉपर्टी टैक्स।
  • उम्र प्रमाण (Age proof) मतदाता पहचान पत्र, माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र (कक्षा 10), जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, आधार कार्ड, पेंशन पेमेंट ऑर्डर या एलआईसी पॉलिसी का प्राप्ति प्रमाण।
  • वेतन पाने वाले व्यक्ति के लिए आय प्रमाण (income proof) : हाल ही की 3 महीने की सैलरी स्लिप, छह महीने के लिए सैलरी बैंक अकाउंट के स्टेटमेंट।
  • स्वरोजगार करने वाले व्यवसायियों / पेशेवरों के लिए आय का प्रमाण: हाल ही का ITR file (आयकर रिटर्न) और व्यापार लगातार चलने के प्रमाण के साथ अन्य प्रमाणित वित्तीय दस्तावेज।

नोट: यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता की ओर से प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट कार्ड ऑफ़र है, तो हो सकता है कि आपको कोई दस्तावेज़ जमा करने की ज़रूरत न पड़े, खासकर जब आपके पास क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक/ क्रेडिट संस्थान के किसी सुविधा का लाभ उठा रहें हैं। या आप उस संस्थान के पूर्व से ही ग्राहक हो

क्या होता है जब आप क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर भुगतान नहीं कर पाते है?
भागदौड़ भारी जिंदगी में हम कई सारी चीजे भूल जाते है. मसलन Electricity Bill, बच्चो की School Fees, आदि .. हालाँकि इनको यदि हम समय पर जमा नहीं कर पाते तो एक छोटी सी पेनल्टी के साथ हम इनको पे कर सकते है और इनके समय पर भुगतान नहीं होने से हमारे क्रेडिट स्कोर पर भी ( No Negative effect on Credit Score) कोई फर्क नहीं पड़ता है परन्तु क्रेडिट कार्ड का उधार एक ऐसा उधार है जिसका बिल यदि हमने समय पर जमा नहीं किया तो भारी भरकम पेनल्टी तो देना पड़ती ही है साथ ही साथ ज्यादा समय बिल बकाया रहने पर हमारे क्रेडिट स्कोर ( credit score) पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
RBI के नियमानुसार यदि बिल की दिनांक ( Credit card bill Due Date) पर आप क्रेडिट कार्ड का बिल किसी कारण से जमा नहीं कर पाए तो आपको 03 दिन तक का समय दिया जाता है. जिसमें बिल पेमेंट की ड्यू डेट के बाद भी बिना पेनल्टी के बिल पेमेंट का प्रावधान किया गया है. इस नियम के मुताबिक क्रेडिट कार्ड होल्डर ड्यू डेट के बाद भी 3 दिन तक बिना पेनल्टी के क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट कर सकता है. यानी अगर आप ड्यू डेट को अपने Credit Card Bill Payment करना भूल गए हैं तो अगले तीन दिनों में बिना एक्स्ट्रा पैसे दिए credit card bill payment कर सकते हैं.

इतनी देनी पड़ेगी पेनल्टी (Penalty after 03 days of Credit Card Bill Due Date)
अगर आप ड्यू डेट के 3 दिन बाद भी क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट नहीं करते हैं तो फिर credit card कंपनी आपसे पेनल्टी वसूल करेगी. पेनल्टी की राशि आपके क्रेडिट कार्ड के बिल पर निर्भर करती है. अगर आपका बिल ज्यादा है तो आपको ज्यादा पेनल्टी देनी होगी और कम है तो उसी अनुसार कम पेनल्टी से आपका काम हो जाएगा. जैसे स्टेट बैंक 500 से 1 हजार रुपये के बिल पर 400 रुपये की पेनल्टी वसूल करता है. वहीं 1 हजार से 10 हजार रुपये की राशि पर 750 रुपये और 10 हजार से 25 हजार रुपये का बिल होने पर 950 रुपये की पेनल्टी चार्ज करता है


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